काम और पढ़ाई के बीच संतुलन साधते IIIT-B की M. टेक डिग्रियों से लैस SRI-B के 28 इंजीनियरिंग ग्रैजुएट

13-07-2021
Share open/close

 

26-वर्षीय पवित्रा वंचीश्वरन की खुशी का कोई पारावार नहीं है। सिर्फ इसलिए नहीं कि उन्होंने भारतीय सूचना प्रौद्योगिक संस्थान बैंगलोर (IIIT-B) से अपना M. टेक पूरा कर लिया है, बल्कि उन्हें सभी कोर्स में उच्चतम CGPA हासिल करने के लिए प्रतिष्ठित ‘सर M. विश्वेश्वरैया छात्रवृत्ति पुरस्कार’ भी मिला है। यह देखते हुए कि पवित्रा कोरिया के बाहर स्थित सैमसंग के सबसे बड़े अनुसंधान केंद्र, सैमसंग R&D संस्थान भारत, बैंगलोर (SRI-B) में पूर्णकालिक तौर पर कार्यरत हैं, यह कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है क्योंकि उन्होंने अपना M. टेक नौकरी से जुड़ी जिम्मेदारियों और काम के दबाव के साथ-साथ किया है।

 

उन्होंने, और पुरस्कार जीतने वाले उनके एक अन्य सहकर्मी योगेश कोचर ने 163 M. टेक छात्रों के साथ प्रतिस्पर्द्धा के बाद इस उपलब्धि को हासिल किया, जिनमें से ज्यादातर फुल-टाइम कोर्स कर रहे थे।

 

पवित्रा और योगेश SRI-B के 28 इंजीनियरों के समूह का हिस्सा हैं जिन्होंने कर्मचारियों के कौशल को बढ़ाने में मदद करने के लिए लगातार चलने वाली R&D केंद्र की शिक्षण पहल के हिस्से के तौर पर IIIT-B से M. टेक की डिग्री हासिल की है।

 

वर्ष 2016 में कैंपस फ्रेशर के रूप में सैमसंग ज्वाइन करने वाली पवित्रा ने कहा, “काम, पढ़ाई और दूसरी जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाना एक कठिन चुनौती है, और बिना अपने परिवार और अपनी टीम के सहयोग के मैं यह नहीं कर सकती थी।” फिलहाल पवित्रा सैमसंग में इंटरनेट ऑफ थिंग्स टीम का हिस्सा हैं।

 

SRI-B ऐसे हजारों युवा इंजीनियरों को रोजगार देता है जो AI, IoT, मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, बायोमेट्रिक्स और कैमरा तकनीक जैसे विविध क्षेत्रों में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं।

 

SRI-B में पवित्रा जैसे कई इंजीनियर इंजीनियरिंग कॉलेजों से सीधे आते हैं और उन्हें जानकारी तथा प्रशिक्षण के लिहाज से लाभ पहुंचाने के लिए SRI-B ने 2014 में कम्प्यूटर साइंस में स्पेशलाइजेशन वाले छात्र-छात्राओं के लिए एक M. टेक प्रोग्राम के लिए IIIT-B के साथ साझेदारी की थी। तब से अब तक 172 कर्मचारियों ने यह प्रोग्राम पूरा किया है।

 

कर्मचारियों को इस प्रतिष्ठित M. टेक प्रोग्राम में स्थान पाने के लिए एक कठिन प्रवेश परीक्षा और सख्त इंटर्नल चुनाव प्रक्रिया से गुजरना होता है।

 

 

नेटवर्क टीम के योगेश कोचर ने कहा कि पिछले तीन साल उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहे , लेकिन इस प्रोग्राम ने एक प्रोफेशनल के रूप में उन्हें काफी कुछ दिया है। उन्होंने कहा, “वापस शैक्षणिक जगत में लौटने से मुझे एक नया दृष्टिकोण मिला है और अपने काम को मुझे एक नये स्तर पर ले जाने में मदद मिली है। मैं इस फर्क को महसूस कर सकता हूं।”

 

IIIT-B के प्रोफेसर इस प्रोग्राम के लिए बेंगलुरु के SRI-B ऑफिस में ही कक्षाएं लेते हैं। हालांकि पिछले करीब डेढ़ साल से ये कक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं।

 

SRI-B के वाइस प्रेसिडेंट और CTO डॉ. आलोकनाथ डे ने बताया, “सैमसंग इंडिया में हम लगातार सीखते रहने में गहराई से विश्वास करते हैं। हम अपने लोगों की प्रतिभा को निखारते हैं और उनकी शोधपरक अंतर्दृष्टि को और उन्नत बनाते हैं। IISC, IIT-M और IIIT-B जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ साझेदारी डीप टेक्नोलॉजी डोमेन पर हमारे इंजीनियरों की प्रतिभा को और निखारने के लिए शुरू की गई थी।

 

उन्होंने कहा, हमारे दिग्गजों और युवा मिलेनियल, दोनों को पूर्णकालिक तौर पर काम करते हुए साथ पढ़ाई करते देखना काफी रोचक है। पिछले कुछ वर्षों में हमने लर्निंग कर्व में ऊपर की ओर रुझान दिखा है, जो शोध प्रकाशनों की बढ़ती संख्या और पेटेंट की अर्जियों में भी देखा जा सकता है।

 

SRI-B की ओर से पेटेंट की अर्जियों की संख्या में पिछले चार वर्षों चार गुने तक बढ़ी हैं, खास तौर पर 5G, AI और IoT के क्षेत्र में।

 

इस साल की शुरुआत से, SRI-B ने दो अग्रणी भारतीय संस्थानों – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान – मद्रास (IIT-M) के साथ अंशकालिक और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के साथ पूर्णकालिक गैर आवासीय कोर्स के लिए साझेदारी की है। SRI-B वर्ष 2021 के दौरान IISc के साथ मिलकर 30 कर्मचारियों की उच्चतर शिक्षा का खर्च उठाने की योजना बना रहा है। यह M. टेक प्रोग्राम कृत्रिम बुद्धि, डाटा साइंस, बिजनेस एनालिटिक्स, ECE और सिग्नल प्रोसेसिंग पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा।

टैग्स

कॉरपोरेट > लोग एवं कल्चर

ग्राहक सेवा से संबंधित शिकायतों के लिए, samsung.com/in/support पर जाएं।
मीडिया से जुड़ी जानकारी के लिए, कृपया संपर्क करें corpcommindia@samsung.com

सैमसंग के बारे में ताज़ा ख़बरें देखें

अधिक जानकारी के लिए यहां पढें
Top