सैमसंग ने अपनी सीएसआर पहल के हिस्से के रूप में सरकारी अस्पतालों में जोड़े नए स्मार्ट हेल्थकेयर सेंटर्स, डिजिटल एक्स–रे मशीन तेजी से करती है कोविड-19 की पहचान
सैमसंग की डिजिटल एक्स-रे मशीनों ने सरकारी अस्पतालों की दक्षता और नैदानिक क्षमता बढ़ाने में मदद की है।
सैमसंग इंडिया ने अपनी नागरिकता पहल के हिस्से के रूप में पूरे देश भर के सरकारी अस्पतालों में नए सैमसंग स्मार्ट हेल्थकेयर सेंटर्स जोड़े हैं, जो कोविड योद्धाओं को तेजी से कोविड-19 का निदान करने में मदद कर रहे हैं।
नए अस्पताल जहां सैमसंग स्मार्ट हेल्थकेयर सेंटर स्थित हैं, मुंबई, नई दिल्ली, लखनऊ, बेंगलुरू, भोपाल, अहमदाबाद, इंदौर, केलांग, अकोला, जामनगर, शिमला और पालक्काड जैसे शहरों में हैं। इस नागरिकता कार्यक्रम के तहत इन नए सेंटर्स के जोड़े जाने के बाद देश में अस्पतालों की संख्या बढ़कर 142 हो गई है।
पिछले साल, सैमसंग ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया और कोविड प्रबंधन में योगदान के लिए 19 राज्यों के अस्पतालों में 56 नए सैमसंग स्मार्ट हेल्थकेयर सेंटर्स की शुरुआत की। इसमें पिछले दो महीनों के दौरान शुरू किए गए 15 स्मार्ट हेल्थकेयर सेंटर्स भी शामिल हैं।
सैमसंग स्मार्ट हेल्थकेयर सेंटर्स सैमसंग द्वारा निर्मित आधुनिक डिजिटल एक्स-रे और डिजिटल अल्ट्रासाउंड मशीन से सुसज्जित हैं।
सैमसंग की इनोवेटिव डिजिटल एक्स-रे मशीनों का उपयोग इन सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 का तेजी से पता लगाने के लिए किया जा रहा है। अस्पतालों से प्राप्त प्रतिक्रिया बताती है कि ये डिजिटल एक्स-रे मशीनें, जो पोर्टेबल हैं, मरीजों के इन-रूम डायग्नोसिस के लिए उपयोग की जा रही हैं।
डिजिटल एक्स-रे मशीनों ने सरकारी अस्पतालों की दक्षता में सुधार करने और नैदानिक क्षमताओं को बढ़ाने में भी मदद की है, क्योंकि इन मशीनों से प्राप्त परिणामों को डॉक्टर्स द्वारा सीधे कम्प्यूटर मॉनिटर पर देखा जा सकता है, इसके लिए भौतिक एक्स-रे फिल्म की आवश्यकता नहीं होती है। डॉक्टर्स को उपलब्ध होने वाले परिणाम बहुत उच्च गुणवत्ता के होते हैं, जिससे उन्हें त्वरित और बेहतर निदान प्राप्त करने में मदद मिलती है।
पार्था घोष, वाइस प्रेसिडेंट, कॉरपोरेट सिटिजनशिप, सैमसंग इंडिया ने कहा, “सैमसंग स्मार्ट हेल्थकेयर प्रोग्राम सीमित पहुंच वाले समुदायों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा का लाभ पहुंचाने के सरकार के प्रयासों का समर्थन करता है। इन नए सेंटर्स के साथ, पूरे भारत में अब हमारे हेल्थकेयर उपकरण 142 सरकारी अस्पतालों में मौजूद हैं। हम कोविड योद्धाओं को सलाम करते हैं, जो लोगों की मदद के लिए पिछले एक साल से बिना थके कठोर मेहनत कर रहे हैं। हमारी डिजिटल एक्स-रे मशीनें इस मुश्किल समय में तेजी से कोविड-19 की पहचान करने में उनकी मदद कर रही हैं।”
समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े मरीज सैमसंग स्मार्ट हेल्थकेयर प्रोग्राम से लाभांवित हो रहे हैं। डॉक्टर्स, टेक्नीसियंस और रेडियोलॉजिस्ट को भी अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक इक्विपमेंट और सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
अपनी नागरिकता पहल के हिस्से के रूप में, सैमसंग ने कोविड-19 की मौजूदा लहर के खिलाफ भारत की लड़ाई में अपने योगदान के रूप में 50 लाख डॉलर (37 करोड़ रुपये), केंद्र व राज्य सरकारों को दान देने, और अस्पतालों के लिए आवश्यक चिकित्सा उपकरणों के साथ स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई है। इसके तहत, सैमसंग ने केंद्र के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु को 30 लाख डॉलर का दान दिया है और उत्तर प्रदेश एवं तमिलनाडु को 20 लाख डॉलर मूल्य की चिकित्सा सामग्री उपलब्ध करवा रही है, जिसमें 100 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर्स, 3000 ऑक्सीजन सिलेंडर्स और दस लाख एलडीएस सिरिंज शामिल हैं।
एलडीएस या लो डेड स्पेस सिरिंज इंजेक्शन के बाद डिवाइस में बची रहने वाली दवाई की मात्रा को न्यूनतम बनाती है और वैक्सीन का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करती हैं। मौजूदा उत्पादों में उपयोग के बाद सिरिंज में बड़ी मात्रा में दवा बची रह जाती है। इस टेक्नोलॉजी ने 20 प्रतिशत तक अधिक दक्षता का प्रदर्शन किया है और यदि मौजूदा सिरिंज से 10 लाख खुराक दी गई हैं, तो एलडीएस सिरिंज वैक्सीन की समान मात्रा के साथ 12 लाख लोगों को टीका लगाया जा सकता है। सैमसंग ने उत्पादन बढ़ाने के लिए इन सिरिंज के निर्माताओं की मदद की है।
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