गौरव जैन ने बढ़ाई सैमसंग R&D बेंगलुरु की शान, M.Tech. में हासिल किया गोल्ड

01-08-2017
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दीक्षान्त समारोह में गौरव जैन (बाएं)

 

गौरव कुमार जैन का एम.टेक. प्रोग्राम में 3.91 सीजीपीए का स्कोर, उन्हें बेंगलुरु के अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) के 2017 बैच में स्वर्ण पदक दिलाने के लिए काफी था। गौरव की उपलब्धि साधारण नहीं है क्योंकि वह भारत के बेंगलुरु स्थित कोरिया के बाहर सैमसंग की सबसे बड़ी R&D सुविधा एसआरआई-बी के पूर्णकालिक कर्मचारी हैं।

 

गौरव अपनी सफलता का श्रेय एसआरआई-बी में चल रहे दिलचस्प काम को देते हैं, जिसमें मशीन लर्निंग और डेटा विश्लेषण शामिल है। साथ ही वह अपनी उपलब्धि के लिए सहकर्मियों के समर्थन की भी सराहना करते हैं।

 

डीप लर्निंग पर एम.टेक. की थीसिस देने वाले 37 साल के गौरव कहते हैं, ‘यह संभव नहीं हो पाता अगर मुझे कार्यस्थल पर अपनी टीम और वरिष्ठ अधिकारियों की सहायता नहीं मिली होती। पिछले तीन साल काफी चुनौतीपूर्ण थे लेकिन मैं उन दिनों को फिर से जीना चाहूंगा जब मैने अपने करियर को नया आयाम दिया।’

 

 

 

 

गौरव एसआरआई-बी छात्रों के पहले बैच (2014-2017) का हिस्सा हैं, जिन्होंने आईआईआईटी-बेंगलुरु से सफलतापूर्वक एम.टेक. खत्म की है। एसआरआई-बी ने अपने कर्मचारियों को कम्प्यूटर साइंस की विशेषज्ञता के साथ एम.टेक. प्रदान करने के लिए आईआईआईटी-बेंगलुरु के साथ समझौता किया है।

 

 

 

एसआरआई-बी में हज़ारों ऐसे युवा इंजीनियर हैं जो विविध क्षेत्रों में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर काम करते हैं। कुछ इंजीनियर तो कॉलेज के बाद से ही एसआरआई-बी में काम कर रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों को अतिरिक्त कौशल प्रदान करने के लिए एसआरआई-बी ने एम.टेक. प्रोग्राम के लिए 2014 में आईआईआईटी-बेंगलुरु के साथ करार किया था। कर्मचारियों को एम.टेक. प्रोग्राम में सीट हासिल करने के लिए एक कठिन प्रवेश परीक्षा और आंतरिक चयन प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है।

 

भारत के बेंगलुरु में स्थित सैमसंग R&D इंस्टीट्यूट के एचआर के वाइस प्रेसिडेंट, संजीव प्रसाद ने कहा, ‘अपनी टैलेंट केपेबिलिटीज़ और इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाकर हम एसआरआई-बी को एक एडवांस्ड R&D सेंटर बनाने के दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं। एम.टेक. प्रोग्राम हमारे टैलेंट बेस को अधिक कौशल तो बनाता ही है, साथ ही भविष्य के लिए भी तैयार करता है। इसके अलावा कर्मचारियों की महत्वकांक्षाओं को भी पूरा करता है। एम.टेक. प्रोग्राम की प्रतिक्रिया बेहतरीन है।’

 

एसआरआई-बी ने कर्मचारियों की उद्यमिता की स्किल्स को उजागर करने के लिए कई तरह के इनीशियेटिव की शुरुआत की है।

 

एसआरआ-बी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, डॉ आलोकनाथ डे ने कहा, ‘हमने इस्टीट्यूट्स में विभिन्न संकायों का एक भारतीय रिसर्च नेटवर्क तैयार किया है। हर साल हम 6 या 7 प्रोफेसरों को डेटा सिक्योरिटी और आईओटी जैसे विषयों पर बात करने के लिए आमंत्रित करते हैं। हम कुछ रिसर्च करने वाले व्यक्तियों को भी नियुक्त करते हैं। हमने प्रोफेसरों के लिए गर्मियों में एक खास प्रोग्राम भी शुरु किया है। यह प्रोफेसर हमारे साथ कुछ वक्त बिताते हैं, हमारे प्रोजेक्ट्स पर काम करके उनका समाधान देते हैं।’

 

सैमसंग के भारतीय बाज़ार में कदम रखने के एक साल बाद 1996 में एसआरआ-बी को स्थापित किया गया था, जहां खासतौर से भारत को केंद्रित करने वाले इनोवेशन किए गए हैं जो आज सैमसंग प्रोडक्ट्स का हिस्सा हैं। सैमसंग के फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स के लिए किए गए कई ग्लोबल इनोवेशन्स इसी R&D सेंटर में विकसित किए गए हैं।

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