हैदराबाद में लॉन्च हुई सैमसंग की डिजिटल अकैडमी
सैमसंग इंडिया ने तेलंगाना अकैडमी फॉर स्किल एंड नॉलिज (टास्क) के साथ मिलकर हाल ही में सैमसंग डिजिटल अकैडमी का उद्घाटन किया। सैमसंग डिजिटल अकैडमी की स्थापना से ये बात साफ होती है कि सैमसंग सरकार के कौशल भारत मिशन और डिजिटल इंडिया इनीशियेटिव के प्रति प्रतिबद्ध है।
हैदराबाद में स्थापित की गई सैमसंग डिजिटल अकैडमी में छात्रों को टाइज़न ऑपरेटिंग सिस्टम के ज़रिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह अकैडमी छात्रों को उद्योग संबंधित कौशल सीखने में मदद करेगी और नौकरी के लिए तैयार करेगी।
सैमसंग डिजिटल अकैडमी, सैमसंग के कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व का हिस्सा है, जिससे छात्रों को अत्याधुनिक टेकनीक में कौशल बनाकर, डिजिटल डिवाइड और दक्षता के अंतराल को खत्म करने का काम किया जाएगा। टास्क के साथ इस साझेदारी में अकैडमी ने अगले दो सालों में 2000 छात्रों को ट्रेन करने का लक्ष्य तय किया है।
हैदराबाद के टास्क परिसर में इस अकैडमी का उद्घाटन तेलंगाना सरकार के आईटी सचिव जयेश रंजन, सैमसंग के भारत स्थित R&D सेंटर के प्रमुख टेक्नोलॉजी ऑफिसर डॉ. आलोकनाथ डे और टास्क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुजीव नायर समेत कई प्रतिष्ठित लोगों की उपस्थिति में किया गया।
इस मौके पर तेलंगाना सरकार के आईटी सचिव जयेश रंजन ने कहा, ‘सैमसंग की यह पहल काफी आवश्यक थी क्योंकि विशेषज्ञता से छात्रों के रोज़गार की क्षमता को बढ़ावा मिलता है। उभरती तकनीक, कठिन प्रतियोगिता और आये दिन हो रहे बदलावों के चलते छात्रों को खुद को निपुण बनाने की ज़रूरत है। इस कौशल पहल को आगे बढ़ाने के लिए सैमसंग और टास्क के बीच का सहयोग, सरकार के स्थायी रोज़गार विकल्पों को बनाने में मदद करेगा।’
सैमसंग R&D सेंटर के प्रमुख टेक्नोलॉजी ऑफिसर डॉ. आलोकनाथ डे ने कहा, ‘समावेशी वातारण बनाने के लिए सैमसंग को टास्क का पार्टनर बनने में खुशी है। इस पहल से युवा भारत बढ़ते डिजिटल प्रौद्योगिकी बाजार का लाभ उठा सकता है और मध्य स्तर या सेवानिवृत्त पेशेवरों को फिर से कौशल बना सकता है। आईओटी के ऑपरेटिंग सिस्टम; टाइज़न की ट्रेनिंग से डेवलपर्स अपने ऐप प्रोग्रामिंग स्किल्स पर काम कर पाएंगे और आईओटी ऐप इको सिस्टम का हिस्सा बनने में सक्षम हो पाएंगे।
सैमसंग डिजिटल अकैडमी का ऐप डेवेलपमेंट का पाठ्यक्रम इस तरीके से तैयार किया गया है कि उसे एक नौसिखिया भी आसानी से समझ पाए। कोर्स में टाइज़न पर वेब एप्लीकेशन डेवेलपमेंट, परीक्षण करने का तरीका, डीबग करना और टाइज़न से जुड़ी लाइब्रेरी बनाना शामिल है। इस कोर्स को 12 हफ्ते की अवधि में सिखाया जाता है और इसमें कक्षा व्याख्यान, असाइनमेंट व प्रयोगशाला सत्र, स्व-अध्ययन और छोटी परियोजनाएं शामिल हैं। प्रैक्टिकल ज्ञान देने के लिए छात्रों को विस्तृत ट्यूटोरियल और लेख्य भी प्रदान किए जाते हैं।
टास्क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सुजीव नायर ने कहा, ‘इस प्रयोगशाला की स्थापना से सैमसंग और तेलंगाना सरकार के बीच का बढ़ता तालमेल नज़र आता है। इस कोर्स में हिस्सा लेने वाले युवाओं को सैमसंग डिजिटल अकैडमी में काम करने का मौका तो मिलेगा ही साथ ही वो स्मार्ट डिवाइसेज़ के रोमांचक और दिलचस्प दौर का हिस्सा बनकर, अपने भविष्य को और उज्जवल बना पाएंगे और नौकरी के नये विकल्प भी तलाश पाएंगे।’
इस साल की शुरुआत में सैमसंग ने आईआईटी दिल्ली कैम्पस में सैमसंग आईओटी इनोवेशन लैब का उद्घाटन किया था। यह लैब उपयोगकर्ताओं के लिए स्मार्ट संचार का निर्माण करने का प्रयास करेगा। आईओटी लैब सेंसर डेटा प्रोसेसिंग, नेटवर्क आर्किटेक्चर और एम्बेडेड इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान करेगा।
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