स्मार्टफोन के ज़िम्मेदारी से उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सैमसंग ने किया राज्य सरकारों और शहर की ट्रैफिक पुलिस के साथ गठजोड़
स्मार्टफोन का जिम्मेदारी से उपयोग करना, खासतौर से सड़क पर सेल्फी लेते वक्त, जैसे विषय पर लोगों को जागरूक करने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए सैमसंग इंडिया ने आज अपने ‘सेफ इंडिया’ अभियान के अगले चरण की घोषणा की है।
सैमसंग ‘सेफ इंडिया’ अभियान के दूसरे चरण को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और लखनऊ में रेडियो, पब्लिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम और एलईडी वॉल्स पर मेसेज प्रसारित करने के साथ, शहरों के स्कूल और कॉलेजों में फिल्म और नाटक के ज़रिए शुरु किया गया है।
2017 में सैमसंग ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के साथ सड़क पर होने वाली दुर्घटनाएं, खासतौर से स्मार्टफोन के गैर-ज़िम्मेदाराना उपयोग से होने वाली दुर्घटनाएं को कम करने के अभियान को समर्थन देने का संकल्प किया था। आज पूरी दुनिया में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में भारत के आंकड़ें सबसे ज़्यादा है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के मुख्यमंत्रियों ने न केवल इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर जनता के बीच अपना संदेश देकर ‘सेफ इंडिया’ अभियान से जुड़ने का काम किया है, बल्कि अपने प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस को भी इसका हिस्सा बनने और सक्रिय भूमिका निभाने को कहा है।
सड़क पर सेल्फी लेने के साथ सड़क पर ज़िम्मेदारी से स्मार्टफोन का उपयोग करने के महत्व पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, श्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, श्री देवेंद्र फडणवीस और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री के पलानीस्वामी द्वारा दिए गए रेडियो संदेश देश भर के रेडियो चैनल्स पर प्रसारित किए जाएंगे।
इन शहरों के प्रमुख क्षेत्रों में स्थापित पब्लिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम जैसे एलईडी वॉल्स, टेक्स्ट एलईडी स्क्रोल बार्स और एलईडी पब्लिक डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में बताने के लिए सैमसंग द्वारा चार शहरों के ट्रैफिक पुलिस विभागों के साथ भी साझेदारी की जाएगी।
ट्रैफिक पुलिस चार शहरों में चुनिंदा ‘नो सेल्फी’ ज़ोन में पोस्टर्स लगाएगी।
भारत सरकार के केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी ने कहा, “मैं इस बात से बहुत चिंतित हूं कि भारत दुनियाभर में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं वाला देश है। सड़क पर सेल्फी लेने के साथ मोबाइल फोन का गैर-ज़िम्मेदाराना उपयोग सड़क दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है। कृपया अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल ज़िम्मेदारी से करें।”
सैमसंग इंडिया के सीएसआर के वाइस प्रेसिडेंट, श्री दीपक भारद्वाज ने कहा, “सैमसंग अपने उपभोक्ताओं और आसपास के समुदाय के लिए चिंतित है। मार्केट लीडर होने के नाते, यह हमारा कर्तव्य है कि हम आगे आएं और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के सरकार के लक्ष्य को समर्थन दें। हम इस बात से सम्मानित महसूस करते हैं कि इस देश और राज्य की सरकारों ने सैमसंग ‘सेफ इंडिया’ अभियान को अपना समर्थन दिया है, जिसके कारण ही इस साल अभियान को गति मिली है।”
भारत में हर चार मिनट में सड़क दुर्घटना से किसी की मृत्यु होती है। कार्नेग मेलॉन यूनिवर्सिटी, इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचिरापल्ली की एक रिपोर्ट के मुताबिक न केवल भारत में दुनिया की सबसे ज़्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं बल्कि आज दुनिया में होने वाली सेल्फी-संबंधित कुल मौतों में से 50 प्रतिशत से अधिक भारत में होती हैं। देशभर में राज्य और स्थानीय सरकारें अब बढ़ती दुर्घटनाओं की संख्या के प्रति चिंतित हैं, जो लोगों द्वारा सड़क पर चलते, दो पहिया वाहन चलाते या कार चलाते समय सेल्फी लेने के कारण बढ़ रही हैं।
सैमसंग ‘सेफ इंडिया’ अभियान का ये चरण स्कूली छात्रों और कालेजों में युवाओं के पास भी पहुंचेगा। प्रत्येक शहर के ट्रैफिक पुलिस चीफ की ओर से ‘सेफ सेल्फी’ मेसेज के साथ स्मार्टफोन का ज़िम्मेदारी से उपयोग करने का संदेश सभी स्कूलों में चलाया जाएगा और इसके बाद स्मार्टफोन का ज़िम्मेदारी से उपयोग करने वाली एक एनीमेशन फिल्म भी दिखाई जाएगी।
यूट्यूब पर 15 करोड़ बार देखी जा चुकी सैमसंग ‘सेफ इंडिया’ कैम्पेन की वीडियो को दिल्ली में पहले ही ट्रैफिक पुलिस द्वारा चलाए गए सड़क सुरक्षा अभियान के दौरान शहर के 1200 से अधिक स्कूलों में दिखाया जा चुका है।
दो ट्रकों में लगे एलएफडी स्क्रीन के ज़रिए स्मार्टफोन को ज़िम्मेदारी से उपयोग करने की वीडियो को दिखाया जाएगा, जबकि दिल्ली और मुंबई की चुनिंदा यूनिवर्सिटी, कॉलेज परिसरों और मॉल्स में इस मुद्दे पर नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे।
सैमसंग इंडिया द्वारा कराए गए एक अध्ययन से यह पता चला है कि लगभग 60 प्रतिशत भारतीय दो-पहिया वाहन उपयोगकर्ताओं ने यह स्वीकार किया है कि वाहन चलाते समय वह अपने समार्टफोन पर बात करते हैं, जबकि 14 प्रतिशत भारतीय पैदलयात्रियों ने यह स्वीकार किया है कि वह हफ्ते में कम से कम एक बार सड़क पार करते समय सेल्फी लेते हैं।
भारत के 12 शहरों में किए गए अध्ययन के मुताबिक तीन में से एक कार ड्राइवर, कार चलाते समय टेक्स्ट मेसेज भेजता है-अगर वह ‘महत्वपूर्ण’ होता है तब।
सर्वेक्षण के मुताबिक पैदलयात्रियों का सुरक्षा के प्रति रवैया ड्राइवर्स से अलग नहीं है। सभी जवाब देने वाले पैदलयात्रियों में से 64 प्रतिशत ने ये कहा कि वह सड़क पार करते वक्त नियमितरूप से फोन पर बात करते हैं, जबकि 18 प्रतिशत ने कहा कि सड़क पार करते वक्त भी वह अपने बॉस के फोन का तुरंत जवाब देते हैं। 51 प्रतिशत लोगों ने कहा कि अपने बॉस के फोन को वह तीसरी घंटी में ही उठा लेंगे, भले ही वह सड़क के बीच में क्यों न हों।
एक ओर जहां सैमसंग ‘सेफ इंडिया’ अभियान के ज़रिये स्मार्टफोन के गैर-ज़िम्मेदार उपयोग के खतरों, जिसमें सड़क पर सेल्फी लेना भी शामिल है, के बारे में जागरुकता पैदा करने का काम कर रहा है, वहीं दूसरी ओर कंपनी ने दो-पहिया वाहनों, कारों और पैदल चलने वालों के लिए सुरक्षित मोबिलिटी ऐप्स विकसित करने में भी निवेश किया है।
सैमसंग की सुरक्षा मोबिलिटी ऐप्स जैसे एस बाइक मोड, कार मोड और वॉक मोड, जो सड़क पर स्मार्टफोन का ज़िम्मेदारी से उपयोग करने को बढ़ावा देते हैं, सैमसंग के ‘मेक फॉर इंडिया’ पहल का एक हिस्सा हैं। यह ऐप्स सैमसंग इंडिया के बेंगलुरु और नोएडा स्थित अनुसंधान एवं विकास केंद्रों में विकसित किए गए हैं और यह भारतीय उपभोक्ताओं द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित हैं।
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