सैमसंग ने तमिलनाडु में शुरू किया ‘डिजिअरिवु’, डिजिटल और स्‍टेम (STEM) शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा

19-11-2025
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पहले चरण में 10 सरकारी स्कूलों के 3,000 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित होंगे
राज्य के टियर-2 और टियर-3 ज़िलों में सीखने के माहौल को परिवर्तित करने का लक्ष्य
‘डिजिअरिवु’ कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 12 के छात्रों को करियर मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराया जाएगा
कार्यक्रम की शुरुआत तमिलनाडु सरकार के माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री थिरू (श्री) डॉ. अन्बिल महेश पोय्यामोझी द्वारा की गई

 

भारत के प्रमुख कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड सैमसंग ने यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल कॉम्पैक्ट नेटवर्क इंडिया (UN GCNI) के सहयोग से तमिलनाडु में डिजिटल और स्‍टेम (STEM) -यानी साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स, शिक्षा को सुदृढ़ बनाने हेतु ‘डिजिअरिवु – एम्पॉवरिंग स्टूडेंट्स थ्रू टेक’ कार्यक्रम की शुरुआत की है।

 

कार्यक्रम के प्रथम चरण में कांचीपुरम और रणिपेट ज़िलों के 10 सरकारी स्कूलों के 3,000 से अधिक छात्रों को लाभ मिलेगा। इस पहल के अंतर्गत सैमसंग स्कूलों की आधारभूत संरचना को उन्नत करेगा, डिजिटल तथा स्‍टेम-आधारित सीखने का माहौल विकसित करेगा, शिक्षकों को प्रशिक्षण देगा और छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देगा। ‘डिजिअरिवु’ का उद्देश्य टियर-2 और टियर-3 ज़िलों में शिक्षा के संपूर्ण इकोसिस्टम को मजबूत बनाना है।

 

यह कार्यक्रम राज्य में वास्तविक ज़मीनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके लिए यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल कॉम्पैक्ट नेटवर्क इंडिया द्वारा सरकारी स्कूलों पर किए गए अध्ययन, सैमसंग के श्रीपेरंबुदूर विनिर्माण संयंत्र के कर्मचारियों के सुझाव और स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया को आधार बनाया गया है, ताकि हस्तक्षेप सीधे तौर पर छात्रों और स्कूलों की प्राथमिक आवश्यकताओं को संबोधित कर सके।

 

कार्यक्रम का फोकस स्कूलों के सीखने के वातावरण को बिल्डिंग ऐज़ लर्निंग एड (BaLA) अवधारणा के माध्यम से उन्नत करने और छात्रों को डिजिटल लर्निंग उपकरण उपलब्ध कराने पर है। इसके अंतर्गत स्‍टेम विषयों पर गतिविधि-आधारित शिक्षण, शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र, तथा विद्यार्थियों के लिए डिजिटल संसाधनों की उपलब्धता शामिल है।

 

सैमसंग खेल-किट प्रदान करेगा और स्कूलों में तमिल, अंग्रेज़ी तथा प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों वाली लाइब्रेरियां स्थापित करेगा। इसके साथ ही, कक्षा 12 के छात्रों के लिए करियर मार्गदर्शन सत्र, शिक्षा विशेषज्ञों के व्याख्यान और स्वास्थ्य जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।

 

स्कूलों में समुदाय के साथ मिलकर महत्वपूर्ण दिनों और विशेष आयोजनों को मनाना भी कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा, जिससे छात्रों में सामाजिक सहभागिता की भावना और मजबूत होगी।

 

कार्यक्रम का शुभारंभ कोट्टूरपुरम स्थित अन्ना सेंचुरी लाइब्रेरी में आयोजित किया गया। इस अवसर पर तमिलनाडु सरकार के माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री थिरू (श्री) डॉ. अन्बिल महेश पोय्यामोझी तथा कांचीपुरम और रणिपेट ज़िलों के जिला कलेक्टर उपस्थित थे। उनकी उपस्थिति ने राज्य सरकार की स्‍टेम शिक्षा को सशक्त बनाने और डिजिटल समावेशन को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को पुनः पुष्ट किया।

 

सैमसंग चेन्नई प्लांट के प्रबंध निदेशक एस.एच. यून ने कहा, “सैमसंग का मानना है कि तकनीक तभी वास्तव में प्रभावी बनती है, जब वह युवाओं के लिए अधिक पहुंच, अधिक अवसर और अधिक आत्मविश्वास का मार्ग तैयार करे। ‘डिजिअरिवु’ के माध्यम से हम तमिलनाडु के विद्यार्थियों के लिए एक ऐसा डिजिटल-सक्षम शिक्षण वातावरण बना रहे हैं, जो उन्हें भविष्य-उन्मुख कौशल विकसित करने, उनकी जिज्ञासा को प्रोत्साहित करने और भारत की तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था में सार्थक भूमिका निभाने में सक्षम बनाएगा।

 

हमारा उद्देश्य केवल तकनीक उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि शिक्षकों को सशक्त बनाना, समुदायों को मजबूत बनाना और यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा—अपनी किसी भी पृष्ठभूमि के बावजूद—गुणवत्तापूर्ण डिजिटल शिक्षा का लाभ प्राप्त कर सके। ‘डिजिअरिवु’ हमारे ‘पावरिंग डिजिटल इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ाने और भारत के भविष्य के टैलेंट को तैयार करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।”

 

रत्नेश झा, कार्यकारी निदेशक, यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल कॉम्पैक्ट नेटवर्क इंडिया (UN GCNI) ने कहा, “‘डिजिअरिवु’ इस बात की उत्कृष्ट मिसाल है कि जब उद्योग और समाज किसी साझा उद्देश्य के साथ एकजुट होते हैं, तो कितना प्रभावी और स्थायी बदलाव संभव होता है। UN GCNI में हमें सैमसंग के साथ मिलकर तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए स्‍टेम शिक्षा और डिजिटल पहुंच बढ़ाने पर गर्व है। यह पहल वास्तव में संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों की भावना को आगे बढ़ाती है, यह सुनिश्चित करते हुए कि भारत के डिजिटल भविष्य में कोई भी बच्चा पीछे न रह जाए।”

 

‘डिजिअरिवु’ के अतिरिक्त, सैमसंग तमिलनाडु में युवाओं के कौशल विकास को अपने सैमसंग इनोवेशन कैंपस (एसआईसी) कार्यक्रम के माध्यम से भी लगातार मजबूत कर रहा है। इस वर्ष एसआईसी के अंतर्गत राज्यभर में 5,000 से अधिक छात्रों को भविष्य की मांग वाले तकनीकी क्षेत्रों—आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), बिग डेटा और कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग—में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।

 

यह कार्यक्रम अग्रणी प्रशिक्षण एवं स्किलिंग संस्थानों के सहयोग से लागू किया जा रहा है, ताकि तमिलनाडु के छात्र उद्योग-प्रासंगिक तकनीकी कौशल हासिल कर सकें और अपनी रोज़गार क्षमता को और अधिक बढ़ा सकें। इसके माध्यम से सैमसंग राज्य के युवाओं को तेजी से विकसित हो रही फ्यूचर-टेक अर्थव्यवस्था में करियर बनाने के लिए तैयार कर रहा है, जिससे वे बदलते तकनीकी परिदृश्य के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सकें।

 

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