बच्चों के बीच पहुंचा सैमसंग इंडिया, कर्नाटक में 30,000 छात्रों को बांटी स्टेशनरी

21-08-2017
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छात्रों के साथ सैमसंग आर एंड डी इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु के वॉलंटियर्स

 

 

सैमसंग इंडिया ने कर्नाटक सरकार के सहयोग के साथ बेंगलुरु, कोलार और मुल्बगल जिले के 450 सरकारी स्कूलों में नोटबुक और पेन डोनेट करने के अभियान की शुरुआत की है।

 

 

सैमसंग R&D इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु के करीब 120 वॉलंटियर्स की टीम ने इन सरकारी स्कूलों में जाकर 30,000 से ज़्यादा छात्रों को दो दिन में 1 लाख 60 हज़ार नोटबुक और 38 हज़ार 500 पेन बांटे हैं।

 

 

 

 

सैमसंग R&D इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु के एमडी दिपेश शाह ने कहा,मार्केट लीडर होने के नाते, सैमसंग अर्थपूर्ण इनोवेशन और क्वालिटी प्रोडक्ट्स के ज़रिए उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करता है और साथ ही लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समाज की ज़रूरतों में योगदान देने के लिए वचनबद्ध भी है।’

 

 

 

उन्होंने आगे कहा, ‘नोटबुक डोनेशन अभियान इस दिशा में एक छोटा सा कदम है, जिसके ज़रिए हम कर्नाटक के 30,000 से ज़्यादा छात्रों तक पहुंच पाएं हैं।’

 

इससे पहले इस साल की शुरुआत में, सैमसंग ने कर्नाटक के करीब 500 स्कूलों के बच्चों को स्टेशनरी आइटम्स जैसे डिक्शनरी, एग्ज़ाम पैड्स, जियोमेट्री बॉक्स और स्टेशनरी दी थी।

 

 

 

 

इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण कदम था सैमसंग का कर्नाटक सरकार के साथ राज्य की पब्लिक हेल्थकेयर सुविधाओं का कुशल तरीके से संचालन करने में मदद करने का समझौता। समझौते के मुताबिक, सैमसंग रिसर्च एंड डेवेलपमेंट इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु (एसआरआई-बी) ने कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य विभाग को 1000 से ज़्यादा सैमसंग टैब आईरिस डिवाइस प्रदान किए थे। आधार और केवाईसी वेरिफिकेशन के लिए यूआईडीएआई द्वारा अनुमोदित होने वाला पहला कमर्शियल टैबलेट, सैमसंग टैब आईरिस राज्य के पब्लिक हेल्थ सेंटर्स (पीएचसी) को अपने डेटाबेस को डिजिटल रूप में तैयार करने लिए सक्षम बना रहा है।

 

 

सैमसंग ने 1995 में भारत में अपने सफर की शुरुआत की थी और इन दो दशकों में यह देश की सबसे बड़ी कंस्यूमर प्रोडक्ट कंपनी बन गई है, जिसके भारत में 2 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं, 5 R&D सेंटर, 1 डिज़ाइन सेंटर और 1.5 लाख रिटेल आउटलेट्स हैं। आज देशभर के 70,000 लोग सैमसंग इंडिया में काम कर रहे हैं।

 

 

सैमसंग इंडिया सीएसआर इनीशियेटिव

 

सैमसंग में हमारा लक्ष्य इनोवेशन के ज़रिए समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना और अलग-अलग इनीशियेटिव के माध्यम से लोगों के जीवन को बेहतर बनाना है।

 

सैमसंग स्मार्ट क्लास, भारत में कंपनी का फ्लैगशिप सिटिज़न प्रोग्राम है जो खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं से वंचित छात्रों को डिजिटल शिक्षा प्रदान करने का काम करता है। इस प्रयास का लक्ष्य ग्रामीण और शहरी भारत के बीच का डिजिटल अंतर खत्म करना और हर पृष्ठभूमि के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के समान अवसर प्रदान करना है। साल 2013 से अब तक भारत के 470 से ज़्यादा नवोदय विद्यालयों में सैमसंग स्मार्ट क्लास स्थापित की जा चुकी हैं जिनसे ढाई लाख छात्रों को फायदा मिला है। इसके साथ ही 8000 से ज़्यादा शिक्षकों को इंटरएक्टिव टेक्नोलॉजी को पढ़ाने के लिए इस्तेमाल करने का प्रशिक्षिण प्रदान किया गया है।

 

 

कंपनी ने प्रतिभाशाली जनशक्ति की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार और बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, राजस्थान और दिल्ली के आईटीआई के साथ साझेदारी कर सैमसंग टेक्नीकल स्कूलों की स्थापना भी की है। 22 सैमसंग टेक्नीकल स्कूलों के छात्रों को सैमसंग निर्माण केंद्रों और प्राधिकृत सेवा केंद्रों के संपर्क में आने से काफी फायदा मिल रहा है। सैमसंग टेक्नीकल स्कूल के ज़रिए अब तक 2000 से ज़्यादा युवाओं को रोज़गार के अवसरों के लिए टेक्नीकल ट्रेनिंग दी जा चुकी है।

 

 

कंपनी के सिटिज़नशिप इनीशियेटिव में एक अहम इनीशियेटिव सैमसंग स्मार्ट हेल्थकेयर प्रोग्राम भी है, जिसे लाखों नागरिकों खासतौर से आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को सरकार की सर्वश्रेष्ठ हेल्थकेयर सुविधाएं प्रदान करने के प्रयासों में सहयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस प्रोग्राम के तहत, सैमसंग चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु, गुरुग्राम और दिल्ली के चयनित सरकारी अस्पतालों में इनोवेटिव हेल्थकेयर इक्विपमेंट जैसे अल्ट्रासाउंड, डिजिटल रेडियोलॉजी और एक्सेसरीज़ देकर, मरीज़ों तक किफायती हेल्थकेयर सुविधाओं पहुंचाने का लक्ष्य रखता है।

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